वीरसेन: Difference between revisions
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<p class="HindiText">ह.पु./४३/श्लो.नं.- वटपुर नगर का राजा था।१६३। राजा मधु द्वारा स्त्री का अपहरण हो जाने पर पागल हो गया।१७७। तापस होकर तप किया, जिसके प्रभाव से धूमकेतु नाम का विद्याधर हुआ।२२१। यह प्रद्युम्न कुमार को हरण करने वाले धूमकेतु का पूर्व भव | <p class="HindiText">ह.पु./४३/श्लो.नं.- वटपुर नगर का राजा था।१६३। राजा मधु द्वारा स्त्री का अपहरण हो जाने पर पागल हो गया।१७७। तापस होकर तप किया, जिसके प्रभाव से धूमकेतु नाम का विद्याधर हुआ।२२१। यह प्रद्युम्न कुमार को हरण करने वाले धूमकेतु का पूर्व भव है।–देखें - [[ धूमकेतु | धूमकेतु। ]]</p> | ||
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Revision as of 16:25, 6 October 2014
ह.पु./४३/श्लो.नं.- वटपुर नगर का राजा था।१६३। राजा मधु द्वारा स्त्री का अपहरण हो जाने पर पागल हो गया।१७७। तापस होकर तप किया, जिसके प्रभाव से धूमकेतु नाम का विद्याधर हुआ।२२१। यह प्रद्युम्न कुमार को हरण करने वाले धूमकेतु का पूर्व भव है।–देखें - धूमकेतु।