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<p id="1"> (1) स्त्री-पुरुष दोनों के द्वारा प्रयुक्य बाहुओं का आभूषण । महापुराण 3.27, 7.235, 11.44</p> | |||
<p id="2">(2) इस नाम का एक राजा । इसने कृष्ण और जरासन्ध के युद्ध ने कृष्ण का पक्ष लिया था । हरिवंशपुराण 71.73-77</p> | |||
<p id="3">(3) सुग्रीव और सुतारा का दूसरा पुत्र, अंग का छोटा भाई । यह राम का पराक्रमी योद्धा था । पद्मपुराण 10.11-12, 58.12-17 रावण के योद्धा मय के साथ इसने युद्ध किया था । पद्मपुराण 62.37 लंका जाकर इसने साधना में लीन रावण पर उपसर्ग किये थे और रावण की रानियों को सताया था । पद्मपुराण 71.45-93 यह अनेक विद्याओं से युक्त था, विद्याधरों का स्वामी था, राम का मंत्री था और मायामय बुद्ध करने में प्रवीण था । रावण के पक्षधर इन्द्रक्रेतु के साथ इसने भयंकर युद्ध किया था । महापुराण 68.620-622, 683, पद्मपुराण 54.34-35 ।</p> | |||
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== सिद्धांतकोष से ==
(पद्मपुराण सर्ग १०/१२) सुग्रीव का द्वितीय पुत्र।
पुराणकोष से
(1) स्त्री-पुरुष दोनों के द्वारा प्रयुक्य बाहुओं का आभूषण । महापुराण 3.27, 7.235, 11.44
(2) इस नाम का एक राजा । इसने कृष्ण और जरासन्ध के युद्ध ने कृष्ण का पक्ष लिया था । हरिवंशपुराण 71.73-77
(3) सुग्रीव और सुतारा का दूसरा पुत्र, अंग का छोटा भाई । यह राम का पराक्रमी योद्धा था । पद्मपुराण 10.11-12, 58.12-17 रावण के योद्धा मय के साथ इसने युद्ध किया था । पद्मपुराण 62.37 लंका जाकर इसने साधना में लीन रावण पर उपसर्ग किये थे और रावण की रानियों को सताया था । पद्मपुराण 71.45-93 यह अनेक विद्याओं से युक्त था, विद्याधरों का स्वामी था, राम का मंत्री था और मायामय बुद्ध करने में प्रवीण था । रावण के पक्षधर इन्द्रक्रेतु के साथ इसने भयंकर युद्ध किया था । महापुराण 68.620-622, 683, पद्मपुराण 54.34-35 ।