गुणत्व: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
|
(No difference)
|
Revision as of 16:29, 5 July 2020
(वैशे.द./१-२/सूत्र १३ तथा गुणेषु भावात् गुणत्वम् ।१३।=सम्पूर्ण गुणों में रहने वाला गुणत्व द्रव्य गुण कर्म से पृथक् है।