वंद्यता: Difference between revisions
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Revision as of 16:30, 5 July 2020
पारिव्राज्यक्रिया के सत्ताईस सूत्रपदों में एक सूत्रपद । अर्हन्तदेव की वन्दना करते हुए तपश्चरण करने से मुनियों को यह गुण प्राप्त हो जाता है । वन्द्य पुरुष भी ऐसे मुनियों की वन्दना करते हैं । महापुराण 39.165, 192