स्त्री-आलोक-वर्जन: Difference between revisions
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ब्रह्मचर्य व्रत की पाँच भावनाओं में एक भावना । इनमें स्त्रियों के मनोहर अंगोपांग देखने का त्याग होता है । महापुराण 20.164