अच्छदंत: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> हस्तवप्र नगर का राजा । यह धृतराष्ट्र का वंशज, प्रसिद्ध धनुर्धर और यादवों का छिद्रान्वेषी था । इसने नगर में बलदेव को आया हुआ जानकर उसे मारने के आदेश दिये थे । बलदेव ने अपने रोके जाने पर हाथी बांधने के खम्भे से इस राजा ही चतुरंगिणी सेना का विनाश किया था । हरिवंशपुराण 62.4-6 9-12</p> | <p> हस्तवप्र नगर का राजा । यह धृतराष्ट्र का वंशज, प्रसिद्ध धनुर्धर और यादवों का छिद्रान्वेषी था । इसने नगर में बलदेव को आया हुआ जानकर उसे मारने के आदेश दिये थे । बलदेव ने अपने रोके जाने पर हाथी बांधने के खम्भे से इस राजा ही चतुरंगिणी सेना का विनाश किया था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 62.4-6 9-12 </span></p> | ||
Line 5: | Line 5: | ||
[[ अचौर्याणुव्रत | पूर्व पृष्ठ ]] | [[ अचौर्याणुव्रत | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[ | [[ अच्छेज्ज | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: अ]] | [[Category: अ]] |
Revision as of 21:37, 5 July 2020
हस्तवप्र नगर का राजा । यह धृतराष्ट्र का वंशज, प्रसिद्ध धनुर्धर और यादवों का छिद्रान्वेषी था । इसने नगर में बलदेव को आया हुआ जानकर उसे मारने के आदेश दिये थे । बलदेव ने अपने रोके जाने पर हाथी बांधने के खम्भे से इस राजा ही चतुरंगिणी सेना का विनाश किया था । हरिवंशपुराण 62.4-6 9-12