अनंतबल: Difference between revisions
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Revision as of 21:37, 5 July 2020
सुवर्ण पर्वत पर विराजित एक केवलज्ञानी मुनि । मेरुवन्दना से लौटते समय रावण ने इन्हीं से परस्त्रीत्यागव्रत ग्रहण किया था । पद्मपुराण 14.10, 370-371