आज्ञाव्यापादिकीक्रिया: Difference between revisions
From जैनकोष
m (Vikasnd moved page आज्ञाव्यापादिकीक्रिया to आज्ञाव्यापादिकीक्रिया without leaving a redirect: RemoveZWNJChar) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> साम्परायिक आस्रव की उन्नीसवीं क्रिया-आगम की आज्ञा के अनुसार आवश्यक आदि क्रियाओं के करने मे असमर्थ महापुराण के द्वारा मोह के उदय से उनका अन्यथा निरूपण । हरिवंशपुराण 58. 77 देखें [[ साम्परायिक ]] | <p> साम्परायिक आस्रव की उन्नीसवीं क्रिया-आगम की आज्ञा के अनुसार आवश्यक आदि क्रियाओं के करने मे असमर्थ <span class="GRef"> महापुराण </span>के द्वारा मोह के उदय से उनका अन्यथा निरूपण । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 58. 77 </span>देखें [[ साम्परायिक आस्रव ]]</p> | ||
<noinclude> | <noinclude> | ||
[[ | [[ आज्ञाव्यापादिकी क्रिया | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[ | [[ आज्ञासम्यक्त्व | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: आ]] | [[Category: आ]] |
Revision as of 21:38, 5 July 2020
साम्परायिक आस्रव की उन्नीसवीं क्रिया-आगम की आज्ञा के अनुसार आवश्यक आदि क्रियाओं के करने मे असमर्थ महापुराण के द्वारा मोह के उदय से उनका अन्यथा निरूपण । हरिवंशपुराण 58. 77 देखें साम्परायिक आस्रव