उपशम श्रेणी: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p>देखें [[ श्रेणी#3 | श्रेणी - 3]]।</p> | == सिद्धांतकोष से == | ||
<p>देखें [[ श्रेणी#3 | श्रेणी - 3]]।</p> | |||
<noinclude> | <noinclude> | ||
[[ उपशम | [[ उपशम भाव | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[ उपशम सत्त्व काल | [[ उपशम सत्त्व काल | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: उ]] | |||
== पुराणकोष से == | |||
<p> विशुद्ध परिणामों से सम्यक् विशुद्धि की ओर बढ़ना । चारित्र मोहनीय कर्म का उपशम करने वाले आठवें से ग्यारहवें गुणस्थानवर्ती जीवों के परिणाम । <span class="GRef"> महापुराण 11.89 </span></p> | |||
<noinclude> | |||
[[ उपशम भाव | पूर्व पृष्ठ ]] | |||
[[ उपशम सत्त्व काल | अगला पृष्ठ ]] | |||
</noinclude> | |||
[[Category: पुराण-कोष]] | |||
[[Category: उ]] | [[Category: उ]] |
Revision as of 21:38, 5 July 2020
== सिद्धांतकोष से ==
देखें श्रेणी - 3।
पुराणकोष से
विशुद्ध परिणामों से सम्यक् विशुद्धि की ओर बढ़ना । चारित्र मोहनीय कर्म का उपशम करने वाले आठवें से ग्यारहवें गुणस्थानवर्ती जीवों के परिणाम । महापुराण 11.89