कनकमाला: Difference between revisions
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<p id="1"> (1) मंगलावती देश के स्थित | <p id="1"> (1) मंगलावती देश के स्थित रत्नसंचय नगर के राजा कनकप्रभ की प्रिया, पद्मनाभ की जननी । <span class="GRef"> महापुराण 54.130-131 </span></p> | ||
<p id="2">(2) मंगलावती देश के | <p id="2">(2) मंगलावती देश के रत्नसंचयपुर नगर के राजा क्षेमंकर की रानी । <span class="GRef"> पांडवपुराण 5.11-12 </span></p> | ||
<p id="3">(3) मंगलावती देश के ही कनकप्रभ नगर के राजा कनकपुंख की प्रिया, | <p id="3">(3) मंगलावती देश के ही कनकप्रभ नगर के राजा कनकपुंख की प्रिया, कनकोज्ज्वल की जननी । <span class="GRef"> महापुराण 74.222, </span><span class="GRef"> वीरवर्द्धमान चरित्र 4.72-76 </span></p> | ||
<p id="4">(4) शिवमन्दिर नगर के राजा मेघवाहन की पुत्री, कनकशान्ति की भार्या । महापुराण 63. 116-117</p> | <p id="4">(4) शिवमन्दिर नगर के राजा मेघवाहन की पुत्री, कनकशान्ति की भार्या । <span class="GRef"> महापुराण 63. 116-117 </span></p> | ||
<p id="5">(5) विजयार्ध पर्वत की दक्षिणश्रेणी में स्थित चन्द्रपुर नगर के राजा महेन्द्र और उसकी भार्या अनुन्दरी अनुन्धरी की पुत्री । महापुराण 71.405-406, हरिवंशपुराण 60.81</p> | <p id="5">(5) विजयार्ध पर्वत की दक्षिणश्रेणी में स्थित चन्द्रपुर नगर के राजा महेन्द्र और उसकी भार्या अनुन्दरी अनुन्धरी की पुत्री । <span class="GRef"> महापुराण 71.405-406, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 60.81 </span></p> | ||
<p id="6">(6) चम्पा नगरी के निवासी कुबेरदत्त की | <p id="6">(6) चम्पा नगरी के निवासी कुबेरदत्त की पत्नी, कनकश्री की जननी । <span class="GRef"> महापुराण 76.46-50 </span></p> | ||
<p id="7">(7) अमलकण्ठ नगर के राजा कनकरथ फी | <p id="7">(7) अमलकण्ठ नगर के राजा कनकरथ फी पत्नी । <span class="GRef"> महापुराण 72.41 </span></p> | ||
<p id="8">(8) राजा कालसंवर की रानी । हरिवंशपुराण 43. 49</p> | <p id="8">(8) राजा कालसंवर की रानी । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 43. 49 </span></p> | ||
<p id="9">(9) पृथिवीनगर के राजा पृथु और उसकी रानी अमृतवती की पुत्री । राजा वज्रजंघ ने सीता के पुत्र मदनांकुश के लिए इसको राजा पृथु से चाहा था । निषेध करने पर वज्रजंघ ने पृथु को युद्ध में पराजित किया और इसका विवाह मदनांकुश के साथ हुआ । पद्मपुराण 101.1-67</p> | <p id="9">(9) पृथिवीनगर के राजा पृथु और उसकी रानी अमृतवती की पुत्री । राजा वज्रजंघ ने सीता के पुत्र मदनांकुश के लिए इसको राजा पृथु से चाहा था । निषेध करने पर वज्रजंघ ने पृथु को युद्ध में पराजित किया और इसका विवाह मदनांकुश के साथ हुआ । <span class="GRef"> पद्मपुराण 101.1-67 </span></p> | ||
<p id="10">(10) राजा प्रजापाल की रानी । इसने अपने पति के साथ शीलगुप्त मुनि से संयम धारण किया था । महापुराण 46.49</p> | <p id="10">(10) राजा प्रजापाल की रानी । इसने अपने पति के साथ शीलगुप्त मुनि से संयम धारण किया था । <span class="GRef"> महापुराण 46.49 </span></p> | ||
Revision as of 21:39, 5 July 2020
(1) मंगलावती देश के स्थित रत्नसंचय नगर के राजा कनकप्रभ की प्रिया, पद्मनाभ की जननी । महापुराण 54.130-131
(2) मंगलावती देश के रत्नसंचयपुर नगर के राजा क्षेमंकर की रानी । पांडवपुराण 5.11-12
(3) मंगलावती देश के ही कनकप्रभ नगर के राजा कनकपुंख की प्रिया, कनकोज्ज्वल की जननी । महापुराण 74.222, वीरवर्द्धमान चरित्र 4.72-76
(4) शिवमन्दिर नगर के राजा मेघवाहन की पुत्री, कनकशान्ति की भार्या । महापुराण 63. 116-117
(5) विजयार्ध पर्वत की दक्षिणश्रेणी में स्थित चन्द्रपुर नगर के राजा महेन्द्र और उसकी भार्या अनुन्दरी अनुन्धरी की पुत्री । महापुराण 71.405-406, हरिवंशपुराण 60.81
(6) चम्पा नगरी के निवासी कुबेरदत्त की पत्नी, कनकश्री की जननी । महापुराण 76.46-50
(7) अमलकण्ठ नगर के राजा कनकरथ फी पत्नी । महापुराण 72.41
(8) राजा कालसंवर की रानी । हरिवंशपुराण 43. 49
(9) पृथिवीनगर के राजा पृथु और उसकी रानी अमृतवती की पुत्री । राजा वज्रजंघ ने सीता के पुत्र मदनांकुश के लिए इसको राजा पृथु से चाहा था । निषेध करने पर वज्रजंघ ने पृथु को युद्ध में पराजित किया और इसका विवाह मदनांकुश के साथ हुआ । पद्मपुराण 101.1-67
(10) राजा प्रजापाल की रानी । इसने अपने पति के साथ शीलगुप्त मुनि से संयम धारण किया था । महापुराण 46.49