किन्नामित: Difference between revisions
From जैनकोष
m (Vikasnd moved page किन्नामित to किन्नामित without leaving a redirect: RemoveZWNJChar) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> गगनचुम्बी राजमहलों से शोभित और विजयार्ध पर्वत को दक्षिणश्रेणी का विधाधरों का नगर । महापुराण 19. 31-33</p> | <p> गगनचुम्बी राजमहलों से शोभित और विजयार्ध पर्वत को दक्षिणश्रेणी का विधाधरों का नगर । <span class="GRef"> महापुराण 19. 31-33 </span></p> | ||
<noinclude> | <noinclude> | ||
[[ | [[ किन्नरोद्गीत | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[ किमिच्छकदान | अगला पृष्ठ ]] | [[ किमिच्छकदान | अगला पृष्ठ ]] |
Revision as of 21:39, 5 July 2020
गगनचुम्बी राजमहलों से शोभित और विजयार्ध पर्वत को दक्षिणश्रेणी का विधाधरों का नगर । महापुराण 19. 31-33