कृष्टिकरण: Difference between revisions
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Revision as of 21:39, 5 July 2020
संज्वलन-चतुष्क की कषायों का उपसंहार कर उनके सूक्ष्म सूक्ष्म खण्ड करना । यह अनिवृत्तिकरण नामक गुणस्थान में पूर्ण किया जाता है । महापुराण 20. 259