चंडबाण: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> एक व्याध राजा । इसने आक्रमण कर के | <p> एक व्याध राजा । इसने आक्रमण कर के शाल्मलिखण्ड नामक ग्राम की प्रजा का अपहरण किया था । अपहृत लोगों में देविला और जयदेव की पुत्री पद्मदेवी भी थी । राजगृह के राजा सिंहरथ ने इसे मारकर अपहृत जन समूह को मुक्त कराया था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 60.111-113 </span></p> | ||
<noinclude> | <noinclude> | ||
[[ | [[ चण्डदण्ड | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[ | [[ चण्डरवा | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: च]] | [[Category: च]] |
Revision as of 21:40, 5 July 2020
एक व्याध राजा । इसने आक्रमण कर के शाल्मलिखण्ड नामक ग्राम की प्रजा का अपहरण किया था । अपहृत लोगों में देविला और जयदेव की पुत्री पद्मदेवी भी थी । राजगृह के राजा सिंहरथ ने इसे मारकर अपहृत जन समूह को मुक्त कराया था । हरिवंशपुराण 60.111-113