चिंतामणि: Difference between revisions
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<p id="3">(3) सौधर्मेन्द्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । महापुराण 25-168 </p> | <p id="3">(3) सौधर्मेन्द्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । <span class="GRef"> महापुराण 25-168 </span></p> | ||
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Revision as of 21:41, 5 July 2020
(1) इष्ट वस्तुओं का पूरक एक-एक रत्न । यह चक्रवर्ती की विभूति को सूचित करता है । महापुराण 2.34
(3) सौधर्मेन्द्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । महापुराण 25-168