जनपद सत्य: Difference between revisions
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<p> दस प्रकार के सत्यों मे एक सत्य । आर्य-अनार्य सभी देशों में धर्म, अर्थ काम और मोक्ष का साधक कथन जनपद सत्य होता है । हरिवंशपुराण 10. 104</p> | == सिद्धांतकोष से == | ||
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<p> दस प्रकार के सत्यों मे एक सत्य । आर्य-अनार्य सभी देशों में धर्म, अर्थ काम और मोक्ष का साधक कथन जनपद सत्य होता है । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 10. 104 </span></p> | |||
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Revision as of 21:41, 5 July 2020
== सिद्धांतकोष से == देखें सत्य - 1।
पुराणकोष से
दस प्रकार के सत्यों मे एक सत्य । आर्य-अनार्य सभी देशों में धर्म, अर्थ काम और मोक्ष का साधक कथन जनपद सत्य होता है । हरिवंशपुराण 10. 104