जयपाल: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
श्रुतावतार की पट्टावली के अनुसार आप 11 अंगधारियों में द्वितीय थे। अपर नाम यशपाल या जसपाल था। समय–वी.नि.363-383 (ई.पू.164-144)–देखें [[ इतिहास#4.4 | इतिहास - 4.4]]। | |||
<noinclude> | |||
[[ | [[ जयन्धर | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[Category:ज]] | [[ जयपुर | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | |||
[[Category: ज]] |
Revision as of 21:41, 5 July 2020
श्रुतावतार की पट्टावली के अनुसार आप 11 अंगधारियों में द्वितीय थे। अपर नाम यशपाल या जसपाल था। समय–वी.नि.363-383 (ई.पू.164-144)–देखें इतिहास - 4.4।