त्वचा: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
|||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> | <p>1.<span class="HindiText"> <strong>त्वचा व नोत्वचा का लक्षण</strong></span><br /> | ||
ध./ | ध./13/5,3,20/19/8 <span class="PrakritText">तयो णाम रूक्खाणं गच्छाणं कंधाणं वा वक्कलं। तस्सुवरि पप्पदकलाओ णोतयं। सूरणल्लयपलंडुहलिद्दादीणं वा बज्झ पप्पदकलाओ णोतयं णाम।</span> =<span class="HindiText">वृक्ष, गच्छ या स्कन्धों की छाल को त्वचा कहते हैं और उसके ऊपर जो पपड़ी का समूह होता है उसे नोत्वचा कहते हैं। अथवा सूरण, अदरक, प्याज और हल्दी आदि की जो बाह्य पपड़ी समूह हैं उसे नोत्वचा कहते हैं।<br /> | ||
<strong>* औदारिक शरीर में | <strong>* औदारिक शरीर में त्वचाओं का प्रमाण–</strong>देखें [[ औदारिक#1.7 | औदारिक - 1.7 ]]</span></p> | ||
<noinclude> | |||
[[ | [[ त्वक् | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[Category:त]] | [[ थलचर | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | |||
[[Category: त]] |
Revision as of 21:41, 5 July 2020
1. त्वचा व नोत्वचा का लक्षण
ध./13/5,3,20/19/8 तयो णाम रूक्खाणं गच्छाणं कंधाणं वा वक्कलं। तस्सुवरि पप्पदकलाओ णोतयं। सूरणल्लयपलंडुहलिद्दादीणं वा बज्झ पप्पदकलाओ णोतयं णाम। =वृक्ष, गच्छ या स्कन्धों की छाल को त्वचा कहते हैं और उसके ऊपर जो पपड़ी का समूह होता है उसे नोत्वचा कहते हैं। अथवा सूरण, अदरक, प्याज और हल्दी आदि की जो बाह्य पपड़ी समूह हैं उसे नोत्वचा कहते हैं।
* औदारिक शरीर में त्वचाओं का प्रमाण–देखें औदारिक - 1.7