दीर्धिका: Difference between revisions
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Revision as of 21:42, 5 July 2020
प्रासाद के सौन्दर्य की वर्धक एक लम्बी नहर । इसका तल और भित्ति मणिनिर्मित होते थे । जलक्रीडा के लिए भी इसका उपयोग होता था । महापुराण 8.22