नियमदत्त: Difference between revisions
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Revision as of 21:43, 5 July 2020
कुमुदावती नगरी का निवासी एक वणिक् । राजपुरोहित ने इसका धन छिपा लिया था । राजा की आज्ञा से रानी ने जुए में पुरोहित को हराकर उसकी अँगूठी जीत ली और अंगूठी को पुरोहित की पत्नी के पास भेजकर तथा इसका धन मँगाकर इसे दिया था । अन्त में यह तपश्चरणपूर्वक मरकर नागकुमारों का राजा धरणेन्द्र हुआ । पद्मपुराण 5.37-42, 46