पारिणामिक-भाव: Difference between revisions
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Revision as of 21:43, 5 July 2020
कर्म के उदय, उपशम, क्षय और क्षयोपशम की अपेक्षा से रहित स्वभावभूत भाव । हरिवंशपुराण 3. 79