प्रजापालन: Difference between revisions
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<p> राजधर्म । न्यायवृत्ति से प्रजा को अपने धर्म के पालन में यथेष्ट सुविधा देना राजधर्म है । महापुराण 42.10-14</p> | <p> राजधर्म । न्यायवृत्ति से प्रजा को अपने धर्म के पालन में यथेष्ट सुविधा देना राजधर्म है । <span class="GRef"> महापुराण 42.10-14 </span></p> | ||
Revision as of 21:44, 5 July 2020
राजधर्म । न्यायवृत्ति से प्रजा को अपने धर्म के पालन में यथेष्ट सुविधा देना राजधर्म है । महापुराण 42.10-14