प्रामाण्य: Difference between revisions
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<p> | <p>1. न्या. वि./टी.1/128/481/20 <span class="SanskritText">प्रमाणकर्म प्रामाण्यं परिच्छित्तिलक्षणं ।</span> = <span class="HindiText">प्रमाण का कर्म सो प्रामाण्य है, वह पदार्थ के निश्चय करने रूप लक्षण वाला होता है ।</span></p> | ||
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Revision as of 21:44, 5 July 2020
1. न्या. वि./टी.1/128/481/20 प्रमाणकर्म प्रामाण्यं परिच्छित्तिलक्षणं । = प्रमाण का कर्म सो प्रामाण्य है, वह पदार्थ के निश्चय करने रूप लक्षण वाला होता है ।