प्रियोद्भव: Difference between revisions
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<p> गृहस्थ की त्रेपन क्रियाओं में छठी क्रिया । यह क्रिया प्रसूति के पश्चात् की जाती हे । इसमें सिद्धपूजा के पश्चात् जिन मन्त्रों का जाप किया जाता है वै ये हैं― दिव्यनेमिविजयाय स्वाहा, परमनेमिविजयाय स्वाहा, आर्हन्त्य नेमिविजयाय स्वाहा । महापुराण 38.55, 85-86, 40.108-109</p> | <p> गृहस्थ की त्रेपन क्रियाओं में छठी क्रिया । यह क्रिया प्रसूति के पश्चात् की जाती हे । इसमें सिद्धपूजा के पश्चात् जिन मन्त्रों का जाप किया जाता है वै ये हैं― दिव्यनेमिविजयाय स्वाहा, परमनेमिविजयाय स्वाहा, आर्हन्त्य नेमिविजयाय स्वाहा । <span class="GRef"> महापुराण 38.55, 85-86, 40.108-109 </span></p> | ||
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Revision as of 21:44, 5 July 2020
गृहस्थ की त्रेपन क्रियाओं में छठी क्रिया । यह क्रिया प्रसूति के पश्चात् की जाती हे । इसमें सिद्धपूजा के पश्चात् जिन मन्त्रों का जाप किया जाता है वै ये हैं― दिव्यनेमिविजयाय स्वाहा, परमनेमिविजयाय स्वाहा, आर्हन्त्य नेमिविजयाय स्वाहा । महापुराण 38.55, 85-86, 40.108-109