मनोहरा: Difference between revisions
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<p> जम्बूद्वीप के पूर्व विदेहक्षेत्र में स्थित पुष्कलावती देश की पुंडरीकिणी नगरी के राजा धनरथ की रानी और मेघरथ की जननी । महापुराण 63. 142-143, पांडवपुराण 5.53-54</p> | <p> जम्बूद्वीप के पूर्व विदेहक्षेत्र में स्थित पुष्कलावती देश की पुंडरीकिणी नगरी के राजा धनरथ की रानी और मेघरथ की जननी । <span class="GRef"> महापुराण 63. 142-143, </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 5.53-54 </span></p> | ||
<p id="2">(2) चौथे नारायण पुरुषोत्तम की पटरानी । पद्मपुराण 20. 227</p> | <p id="2">(2) चौथे नारायण पुरुषोत्तम की पटरानी । <span class="GRef"> पद्मपुराण 20. 227 </span></p> | ||
<p id="3">(3) पुष्करद्वीप में मंगलावती देश सम्बन्धी रत्नसंचयनगर के राजा श्रीधर की पत्नी । यह बलभद्र श्रीवर्मा और नारायण विभीषण की जननी थी । यह आयु के अन्त में समाधिपूर्वक शरीर छोड़ स्वर्ग में ललितांग देव हुई । महापुराण 7.13-18</p> | <p id="3">(3) पुष्करद्वीप में मंगलावती देश सम्बन्धी रत्नसंचयनगर के राजा श्रीधर की पत्नी । यह बलभद्र श्रीवर्मा और नारायण विभीषण की जननी थी । यह आयु के अन्त में समाधिपूर्वक शरीर छोड़ स्वर्ग में ललितांग देव हुई । <span class="GRef"> महापुराण 7.13-18 </span></p> | ||
<p id="4">(4) राजपुर नगर के सेठ जिनदत्त की स्त्री । महापुराण 75.314-315, 321</p> | <p id="4">(4) राजपुर नगर के सेठ जिनदत्त की स्त्री । <span class="GRef"> महापुराण 75.314-315, 321 </span></p> | ||
Revision as of 21:45, 5 July 2020
जम्बूद्वीप के पूर्व विदेहक्षेत्र में स्थित पुष्कलावती देश की पुंडरीकिणी नगरी के राजा धनरथ की रानी और मेघरथ की जननी । महापुराण 63. 142-143, पांडवपुराण 5.53-54
(2) चौथे नारायण पुरुषोत्तम की पटरानी । पद्मपुराण 20. 227
(3) पुष्करद्वीप में मंगलावती देश सम्बन्धी रत्नसंचयनगर के राजा श्रीधर की पत्नी । यह बलभद्र श्रीवर्मा और नारायण विभीषण की जननी थी । यह आयु के अन्त में समाधिपूर्वक शरीर छोड़ स्वर्ग में ललितांग देव हुई । महापुराण 7.13-18
(4) राजपुर नगर के सेठ जिनदत्त की स्त्री । महापुराण 75.314-315, 321