मंदाकिनी: Difference between revisions
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<p> कांचनस्थान नगर के राजा कांचनरथ और रानी शतह्रदा की बड़ी पुत्री तथा चन्द्रभाग्या की बड़ी बहिन । इसने अपने स्वयंवर में आये राजाओं में अनंगलवण का वरण किया था । पद्मपुराण 110-1, 17-18</p> | <p> कांचनस्थान नगर के राजा कांचनरथ और रानी शतह्रदा की बड़ी पुत्री तथा चन्द्रभाग्या की बड़ी बहिन । इसने अपने स्वयंवर में आये राजाओं में अनंगलवण का वरण किया था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 110-1, 17-18 </span></p> | ||
Revision as of 21:45, 5 July 2020
कांचनस्थान नगर के राजा कांचनरथ और रानी शतह्रदा की बड़ी पुत्री तथा चन्द्रभाग्या की बड़ी बहिन । इसने अपने स्वयंवर में आये राजाओं में अनंगलवण का वरण किया था । पद्मपुराण 110-1, 17-18