महामंडलिक: Difference between revisions
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<p> चार हजार छोटे-छोटे राजाओं का अधिपति । यह दण्डवर (प्रजा को दण्ड देने वाले) होता था । वृषभदेव ने अपने समय में हरि, अकम्पन, काश्यप और सौमप्रभ को उनका राज्याभिषेक कर महामण्डलिक नृप बनाया था । इसके ऊपर केवल दो चमर ढोरे जाते हैं । महापुराण 16.255-257</p> | <p> चार हजार छोटे-छोटे राजाओं का अधिपति । यह दण्डवर (प्रजा को दण्ड देने वाले) होता था । वृषभदेव ने अपने समय में हरि, अकम्पन, काश्यप और सौमप्रभ को उनका राज्याभिषेक कर महामण्डलिक नृप बनाया था । इसके ऊपर केवल दो चमर ढोरे जाते हैं । <span class="GRef"> महापुराण 16.255-257 </span></p> | ||
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Revision as of 21:45, 5 July 2020
चार हजार छोटे-छोटे राजाओं का अधिपति । यह दण्डवर (प्रजा को दण्ड देने वाले) होता था । वृषभदेव ने अपने समय में हरि, अकम्पन, काश्यप और सौमप्रभ को उनका राज्याभिषेक कर महामण्डलिक नृप बनाया था । इसके ऊपर केवल दो चमर ढोरे जाते हैं । महापुराण 16.255-257