माप्रर्गभावना: Difference between revisions
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Revision as of 21:45, 5 July 2020
तीर्थंकर नामकर्म के बन्ध की कारण सोलह भावनाओं में एक भावना । इसमें ज्ञान, तप, जिनेन्द्र की पूजा आदि के द्वारा धर्म का प्रकाश फैलाया जाता है । महापुराण 63. 329, 331, हरिवंशपुराण 34.147