माहेश्वरी: Difference between revisions
From जैनकोष
m (Vikasnd moved page माहेश्वरी to माहेश्वरी without leaving a redirect: RemoveZWNJChar) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> अश्वत्थामा को सिद्ध एक विद्या । इसके हाथ में शूल और मस्तक पर चन्द्र होता है । इसके प्रभाव से पाण्डवों की सेना नष्ट हो गयी थी । पांडवपुराण 20.308</p> | <p> अश्वत्थामा को सिद्ध एक विद्या । इसके हाथ में शूल और मस्तक पर चन्द्र होता है । इसके प्रभाव से पाण्डवों की सेना नष्ट हो गयी थी । <span class="GRef"> पांडवपुराण 20.308 </span></p> | ||
Revision as of 21:45, 5 July 2020
अश्वत्थामा को सिद्ध एक विद्या । इसके हाथ में शूल और मस्तक पर चन्द्र होता है । इसके प्रभाव से पाण्डवों की सेना नष्ट हो गयी थी । पांडवपुराण 20.308