मित्रवीरवि: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> अन्ध की अन्तिम प्रशस्तिगत आचार्य मन्दरार्य के परवर्ती एक आचार्य । हरिवंशपुराण 66.26</p> | <p> अन्ध की अन्तिम प्रशस्तिगत आचार्य मन्दरार्य के परवर्ती एक आचार्य । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 66.26 </span></p> | ||
Revision as of 21:45, 5 July 2020
अन्ध की अन्तिम प्रशस्तिगत आचार्य मन्दरार्य के परवर्ती एक आचार्य । हरिवंशपुराण 66.26