युद्धवीर्य: Difference between revisions
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<p> एक विद्या । रथनूपुर के राजा अमिततेज ने चमरचंचनगर के राजा अशनिघोष को मारने के लिए यह विद्या अपने बहनोई पोदनपुर के राजा श्रीविजय को दी थी । महापुराण 62.271, 399</p> | <p> एक विद्या । रथनूपुर के राजा अमिततेज ने चमरचंचनगर के राजा अशनिघोष को मारने के लिए यह विद्या अपने बहनोई पोदनपुर के राजा श्रीविजय को दी थी । <span class="GRef"> महापुराण 62.271, 399 </span></p> | ||
Revision as of 21:46, 5 July 2020
एक विद्या । रथनूपुर के राजा अमिततेज ने चमरचंचनगर के राजा अशनिघोष को मारने के लिए यह विद्या अपने बहनोई पोदनपुर के राजा श्रीविजय को दी थी । महापुराण 62.271, 399