वाद्यगोष्ठी: Difference between revisions
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Revision as of 21:47, 5 July 2020
मनोरंजन के विविध साधनों में एक साधन-वादकों की सभा । इसमें वादक वाद्य-संगीत के द्वारा श्रोताओं का मनोरंजन करते हैं । वृषभदेव के समय से ही ऐसी गोष्ठियाँ होती रही हैं । महापुराण 12. 188, 14.192