विद्युद्वाहन: Difference between revisions
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<p> एक विद्याधर । यह विद्याधर अशनिवेग का पुत्र था । इसने राजा किष्किन्ध के साथ युद्ध किया था । किष्किन्ध ने इसके वक्षस्थल पर एक शिखा फेंकी थी जिससे यह मुक्ति हो गया था । कुछ ही समय में सचेत होकर इसने वही शिला किष्किन्ध के वक्षस्थल पर फेंकी थी जिससे किष्किन्ध भी मूर्च्छित हो गया था । पद्मपुराण 6.462-467</p> | <p> एक विद्याधर । यह विद्याधर अशनिवेग का पुत्र था । इसने राजा किष्किन्ध के साथ युद्ध किया था । किष्किन्ध ने इसके वक्षस्थल पर एक शिखा फेंकी थी जिससे यह मुक्ति हो गया था । कुछ ही समय में सचेत होकर इसने वही शिला किष्किन्ध के वक्षस्थल पर फेंकी थी जिससे किष्किन्ध भी मूर्च्छित हो गया था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 6.462-467 </span></p> | ||
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Revision as of 21:47, 5 July 2020
एक विद्याधर । यह विद्याधर अशनिवेग का पुत्र था । इसने राजा किष्किन्ध के साथ युद्ध किया था । किष्किन्ध ने इसके वक्षस्थल पर एक शिखा फेंकी थी जिससे यह मुक्ति हो गया था । कुछ ही समय में सचेत होकर इसने वही शिला किष्किन्ध के वक्षस्थल पर फेंकी थी जिससे किष्किन्ध भी मूर्च्छित हो गया था । पद्मपुराण 6.462-467