विष्णुदत्त: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
बृ.कथा कोष/कथा 3/पृ.एक दरिद्र अन्धा था।5। वृक्ष से सर टकराने के कारण आँखें खुल गयीं।5। दूसरे अन्धों ने भी उसकी नकल की पर सब मर गये।9। | |||
[[विष्णुकुमार | | <noinclude> | ||
[[ विष्णुकुमार | पूर्व पृष्ठ ]] | |||
[[Category:व]] | [[ विष्णुनंदि | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | |||
[[Category: व]] |
Revision as of 21:47, 5 July 2020
बृ.कथा कोष/कथा 3/पृ.एक दरिद्र अन्धा था।5। वृक्ष से सर टकराने के कारण आँखें खुल गयीं।5। दूसरे अन्धों ने भी उसकी नकल की पर सब मर गये।9।