शैलंध्री: Difference between revisions
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<p> पर्वतवासियों का वेष धारण करने वाली द्रौपदी । इसे कीचक ने प्राप्त करना चाहा था किन्तु इसके कहते ही भीम ने इसके वेश में कीचक को मुक्कों से मारकर गिरा दिया था । हरिवंशपुराण 46. 32-36</p> | <p> पर्वतवासियों का वेष धारण करने वाली द्रौपदी । इसे कीचक ने प्राप्त करना चाहा था किन्तु इसके कहते ही भीम ने इसके वेश में कीचक को मुक्कों से मारकर गिरा दिया था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 46. 32-36 </span></p> | ||
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Revision as of 21:48, 5 July 2020
पर्वतवासियों का वेष धारण करने वाली द्रौपदी । इसे कीचक ने प्राप्त करना चाहा था किन्तु इसके कहते ही भीम ने इसके वेश में कीचक को मुक्कों से मारकर गिरा दिया था । हरिवंशपुराण 46. 32-36