सूप: Difference between revisions
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<p> दाल । इससे भोजन में रुचि बढ़ती है । वृषभदेव के समय में अरहर, मूँग, उड़द, मटर, मौंठ, चना, मसूर और तेवरा प्रकृति दाल बनाई जाने वाले अनाज उत्पन्न होने लगे थे । महापुराण 3.186-188, 12.243</p> | <p> दाल । इससे भोजन में रुचि बढ़ती है । वृषभदेव के समय में अरहर, मूँग, उड़द, मटर, मौंठ, चना, मसूर और तेवरा प्रकृति दाल बनाई जाने वाले अनाज उत्पन्न होने लगे थे । <span class="GRef"> महापुराण 3.186-188, 12.243 </span></p> | ||
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Revision as of 21:49, 5 July 2020
दाल । इससे भोजन में रुचि बढ़ती है । वृषभदेव के समय में अरहर, मूँग, उड़द, मटर, मौंठ, चना, मसूर और तेवरा प्रकृति दाल बनाई जाने वाले अनाज उत्पन्न होने लगे थे । महापुराण 3.186-188, 12.243