संरम्भ: Difference between revisions
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Revision as of 21:49, 5 July 2020
जीवाधिकरण आसव के तीन भेदो में एक भेद । कार्य करने का संकल्प करना सरम्भ कहलाता है । हरिवंशपुराण 58.84-85