अनुकृष्टि: Difference between revisions
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<p> लब्धिसार / मूल या टीका गाथा 43/77/5 अनुकृष्ट्यद्धा एकसमयपरिणामनानाखण्डसंख्येत्यर्थः। </p> | <p class="SanskritText">लब्धिसार / मूल या टीका गाथा 43/77/5 अनुकृष्ट्यद्धा एकसमयपरिणामनानाखण्डसंख्येत्यर्थः। </p> | ||
<p>= अनुकृष्टिका गच्छ, एक एक समय सम्बन्धी परिणामनि विषैं एते एते खण्ड हो हैं ऐसा अर्थ है। </p> | <p class="HindiText">= अनुकृष्टिका गच्छ, एक एक समय सम्बन्धी परिणामनि विषैं एते एते खण्ड हो हैं ऐसा अर्थ है। </p> | ||
<p>(विशेष देखें [[ गणित#II.6.2 | गणित - II.6.2]])</p> | <p>(विशेष देखें [[ गणित#II.6.2 | गणित - II.6.2]])</p> | ||
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Revision as of 13:46, 10 July 2020
लब्धिसार / मूल या टीका गाथा 43/77/5 अनुकृष्ट्यद्धा एकसमयपरिणामनानाखण्डसंख्येत्यर्थः।
= अनुकृष्टिका गच्छ, एक एक समय सम्बन्धी परिणामनि विषैं एते एते खण्ड हो हैं ऐसा अर्थ है।
(विशेष देखें गणित - II.6.2)