परात्मा: Difference between revisions
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Revision as of 19:11, 17 July 2020
समाधिशतक/ टी.6/225/15 परात्मा संसारिजीवेभ्यः उत्कृष्ट आत्मा। = संसारी में से जो उत्कृष्ट बन जाती है, उसे परात्मा कहते हैं।