राजमल्ल सत्यवाक्य: Difference between revisions
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इसके राज्यकाल में ही आ. विद्यानन्दि नं. 1 के द्वारा आप्तपरीक्षा, प्रमाणपरीक्षा, युक्तयानुशासन ये तीन ग्रन्थ लिखे गये थे। समय - ई. 816-830 ( | इसके राज्यकाल में ही आ. विद्यानन्दि नं. 1 के द्वारा आप्तपरीक्षा, प्रमाणपरीक्षा, युक्तयानुशासन ये तीन ग्रन्थ लिखे गये थे। समय - ई. 816-830 ( सिद्धि विनिश्चय/3 षं. महेन्द्र)। | ||
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Revision as of 19:14, 17 July 2020
इसके राज्यकाल में ही आ. विद्यानन्दि नं. 1 के द्वारा आप्तपरीक्षा, प्रमाणपरीक्षा, युक्तयानुशासन ये तीन ग्रन्थ लिखे गये थे। समय - ई. 816-830 ( सिद्धि विनिश्चय/3 षं. महेन्द्र)।