अनंतदेव: Difference between revisions
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Revision as of 14:15, 20 July 2020
सप्तभंग तरंङ्गिनी पृष्ठ अन्तिम प्रशस्ति-"आप दिगम्बराचार्य थे।" शिष्य विमलदास नामा एक गृहस्थ था। समय-प्लवङ्ग संवत्सर (?)।