अप्रतिबुद्ध: Difference between revisions
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[[समयसार]] / मूल या टीका गाथा संख्या १९ कम्मे णोकम्हि य अहमिदि अहकं च कम्म णोकम्मं। जा एसा खलु बुद्धी अपडिबुद्धी हवदि ताव ।।१९।।<br>= जब तक इस आत्माकी ज्ञानावरणादि द्रव्यकर्म, भावकर्म और शरीरादि नामकर्ममें `यह मैं हूँ' और `मुझमें यह कर्म नोकर्म हैं' ऐसी बुद्धि है, तब तक यह आत्मा अप्रतिबुद्ध है।< | [[समयसार]] / मूल या टीका गाथा संख्या १९ कम्मे णोकम्हि य अहमिदि अहकं च कम्म णोकम्मं। जा एसा खलु बुद्धी अपडिबुद्धी हवदि ताव ।।१९।।<br> | ||
<p class="HindiSentence">= जब तक इस आत्माकी ज्ञानावरणादि द्रव्यकर्म, भावकर्म और शरीरादि नामकर्ममें `यह मैं हूँ' और `मुझमें यह कर्म नोकर्म हैं' ऐसी बुद्धि है, तब तक यह आत्मा अप्रतिबुद्ध है।</p> | |||
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Revision as of 00:54, 8 May 2009
समयसार / मूल या टीका गाथा संख्या १९ कम्मे णोकम्हि य अहमिदि अहकं च कम्म णोकम्मं। जा एसा खलु बुद्धी अपडिबुद्धी हवदि ताव ।।१९।।
= जब तक इस आत्माकी ज्ञानावरणादि द्रव्यकर्म, भावकर्म और शरीरादि नामकर्ममें `यह मैं हूँ' और `मुझमें यह कर्म नोकर्म हैं' ऐसी बुद्धि है, तब तक यह आत्मा अप्रतिबुद्ध है।