कालानुयोग - भव्यत्व मार्गणा: Difference between revisions
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<td width="54" valign="top"><p>कुछ कम अर्ध | <td width="54" valign="top"><p>कुछ कम अर्ध पु.परि.</p></td> | ||
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Revision as of 14:18, 20 July 2020
11. भव्यत्व मार्गणा—
मार्गणा |
गुणस्थान |
नाना जीवापेक्षया |
एक जीवापेक्षया |
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प्रमाण |
जघन्य |
विशेष |
उत्कृष्ट |
विशेष |
प्रमाण |
जघन्य |
विशेष |
उत्कृष्ट |
विशेष |
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नं.1 |
नं.2 |
नं.1 |
नं.3 |
||||||||||
|
|
सू. |
सू. |
|
|
|
|
सू. |
सू. |
|
|
|
|
भव्य |
... |
|
42-43 |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
310 |
184 |
|
अनादि सान्त (अयोग केवली के अन्तिम समय तक) |
||
|
... |
|
42-43 |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
310 |
185 |
|
सादि सान्त (सम्यक्त्वोत्पत्ति के पश्चात् वाले विशेष भव्यत्व की अपेक्षा) |
||
अभव्य |
... |
|
42-43 |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
|
187 |
|
अनादि अनन्त |
|
|
भव्य (सादि सान्त) |
1 |
309 |
|
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
312-313 |
|
अन्तर्मु. |
गुणस्थान परिवर्तन |
कुछ कम अर्ध पु.परि. |
मूलोघवत् |
|
2-14 |
314 |
— |
— |
मूलोधवत् |
— |
— |
314 |
|
— |
–मूलोघवत्– |
— |
— |
अभव्य |
1 |
315 |
|
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
316 |
|
|
अनादि अनन्त |
|
|