क्षेत्र - लेश्या: Difference between revisions
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<td width="132" rowspan="2" valign="top"><p class="HindiText"><strong>तैजस, आहारक व केवली | <td width="132" rowspan="2" valign="top"><p class="HindiText"><strong>तैजस, आहारक व केवली समु. </strong> </p></td> | ||
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Revision as of 14:19, 20 July 2020
- लेश्या मार्गणा
प्रमाण |
मार्गणा |
गुण स्थान |
स्वस्थान स्वस्थान |
विहारवत् स्वस्थान |
वेदना व कषाय समुद्घात |
वैक्रियक समुद्घात |
मारणान्तिक समुद्घात |
उपपाद |
तैजस, आहारक व केवली समु. |
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नं. 1 पृ. |
नं. 2 पृ. |
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|
357 |
कृष्णनील कापोत |
|
सर्व |
त्रि/असं, ति/सं, म×असं |
सर्व |
त्रि/असं, ति/सं, म×असं |
सर्व |
मारणान्तिक वत् |
|
|
|
358 |
तेज (देवप्रधान) |
|
त्रि/असं,ति/सं, म×असं |
त्रि/असं, ति/सं, म×असं |
त्रि/असं,ति/सं, म×असं |
त्रि/असं, ति/सं, म×असं |
त्रि/असं,ति/असं, म×असं |
मारणान्तिक वत् |
|
|
359 |
पद्म |
|
तेज (तिर्यंच प्रधान) |
त्रि×असं, ति/सं, म×असं |
त्रि×असं, ति/सं, म×असं |
च/असं, म×असं |
त्रि×असं, ति/असं, म×असं |
मारणान्तिक वत् |
|
|
359 |
शुक्ल |
|
च/असं, म×असं |
च/असं, म×असं |
च/असं, म×असं |
च/असं, म×असं |
च/असं, म×असं |
मारणान्तिक वत् |
मूलोघ वत् |
128 |
|
कृष्णानील कापोत् |
1 |
— |
— |
स्वओघवत् |
— |
— |
— |
— |
128 |
|
कृष्णानील कापोत् |
2-4 |
च/असं, म×असं |
च/असं, म×असं |
च/असं, म×असं |
च/असं, म×असं |
च/असं, म×असं |
मारणान्तिक वत् |
|
129 |
|
तेज |
1 |
— |
— |
स्वओघ वत् |
— |
— |
— |
— |
130 |
|
|
2-7 |
— |
— |
मूल ओघ वत् |
— |
— |
— |
— |
130 |
|
पद्म |
1 |
— |
— |
स्वओघ वत् |
— |
— |
— |
— |
130 |
|
|
2-7 |
— |
— |
मूलोघ वत् |
— |
— |
— |
— |
130 |
|
शुक्ल |
1 |
— |
— |
स्व ओघ वत् |
— |
— |
— |
— |
130 |
|
|
2-13 |
— |
— |
मूलोघ वत् |
— |
— |
— |
— |