क्षेत्र - वेद: Difference between revisions
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<td width="94" rowspan="2" valign="top"><p class="HindiText"><strong>मारणान्तिक समुद्घात </strong> </p></td> | <td width="94" rowspan="2" valign="top"><p class="HindiText"><strong>मारणान्तिक समुद्घात </strong> </p></td> | ||
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<td width="73" rowspan="2" valign="top"><p class="HindiText"><strong>तैजस, आहारक व केवली | <td width="73" rowspan="2" valign="top"><p class="HindiText"><strong>तैजस, आहारक व केवली समु. </strong> </p></td> | ||
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<td width="73" valign="top"><p class="HindiText">केवल | <td width="73" valign="top"><p class="HindiText">केवल तै.आ.</p></td> | ||
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Revision as of 14:19, 20 July 2020
- वेद मार्गणा
प्रमाण |
मार्गणा |
गुण स्थान |
स्वस्थान स्वस्थान |
विहारवत् स्वस्थान |
वेदना व कषाय समुद्घात |
वैक्रियक समुद्घात |
मारणान्तिक समुद्घात |
उपपाद |
तैजस, आहारक व केवली समु. |
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नं. 1 पृ. |
नं. 2 पृ. |
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347 |
स्त्रीवेदी (देवी प्रधान) |
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त्रि×असं, ति/सं, म×असं |
त्रि×असं, ति/सं, म×असं |
त्रि×असं, ति/सं, म×असं |
त्रि×असं, ति/सं, म×असं |
त्रि×असं, ति/असं, म×असं |
मारणान्तिक वत् |
|
|
|
347 |
पुरुष वेदी |
|
त्रि×असं, ति/सं, म×असं |
त्रि×असं, ति/सं, म×असं |
त्रि×असं, ति/सं, म×असं |
त्रि×असं, ति/सं, म×असं |
त्रि×असं, ति/असं, म×असं |
मारणान्तिक वत् |
केवल तैजस व आहारक मूलोघ वत् |
|
|
348 |
नपुंसक वेदी |
|
सर्व |
त्रि×असं, ति/सं, म×असं |
सर्व |
त्रि×असं, ति/सं, म×असं |
सर्व |
मारणान्तिक वत् |
|
|
|
348 |
अपगत वेदी |
|
च/असं, म×सं |
|
|
|
च/असं, म×असं |
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|
111 |
|
स्त्री वेदी |
1 |
— |
— |
स्व ओघ वत् |
— |
— |
— |
|
|
111 |
|
|
2-9 |
— |
— |
मूलोघ वत् |
— |
— |
चौथे में उपपाद नहीं |
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112 |
|
पुरुषवेदी |
1 |
— |
— |
स्व ओघ वत् |
— |
— |
— |
|
|
112 |
|
|
2-9 |
— |
— |
मूलोघ वत् |
— |
— |
— |
केवल तै.आ. |
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113 |
|
नपुंसक वेदी |
1 |
— |
— |
स्व ओघ वत् |
— |
— |
— |
— |
|
113 |
|
|
2-9 |
— |
— |
मूलोघ वत |
— |
— |
— |
|
|
114 |
|
अपगत वेदी (उप.) |
9-11 |
च/असं, म×सं |
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|
च/असं, म×असं |
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114 |
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अपगत वेदी (क्षपक) |
9-12 |
च/असं, म×सं |
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114 |
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13-14 |
— |
— |
मूलोघ वत् |
— |
— |
— |
— |