अभूतार्थ: Difference between revisions
From जैनकोष
(New page: समयसार / जयचन्द/११ जिसका विषय विद्यमान न हो, या असत्यार्थ हो उसे अभूतार...) |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
[[समयसार]] / जयचन्द/११ जिसका विषय विद्यमान न हो, या असत्यार्थ हो उसे अभूतार्थ कहते हैं। (गधेके सींग विद्यमान न होनेके कारण अभूतार्थ हैं और घट पट आदि संयोगो पदार्थ असत्यार्थ होनेके कारण अभूतार्थ हैं)।<br>[[Category:अ]] | [[समयसार]] / जयचन्द/११ जिसका विषय विद्यमान न हो, या असत्यार्थ हो उसे अभूतार्थ कहते हैं। (गधेके सींग विद्यमान न होनेके कारण अभूतार्थ हैं और घट पट आदि संयोगो पदार्थ असत्यार्थ होनेके कारण अभूतार्थ हैं)।<br> | ||
[[Category:अ]] | |||
[[Category:समयसार]] |
Revision as of 01:14, 8 May 2009
समयसार / जयचन्द/११ जिसका विषय विद्यमान न हो, या असत्यार्थ हो उसे अभूतार्थ कहते हैं। (गधेके सींग विद्यमान न होनेके कारण अभूतार्थ हैं और घट पट आदि संयोगो पदार्थ असत्यार्थ होनेके कारण अभूतार्थ हैं)।