अध्वर: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
== सिद्धांतकोष से == | == सिद्धांतकोष से == | ||
महापुराण सर्ग संख्या 67/193 यागो यज्ञःक्रतुःपूजा सपर्येज्याध्वरो मखः। मह इत्यपि पर्याय वचनान्यर्चनाविधेः। = याग, यज्ञ, क्रतु, पूजा, सपर्या, इज्या, अध्वर, मख और मह ये सब पूजाविधि के पर्यायवाचक शब्द हैं। | <p class="SanskritText">महापुराण सर्ग संख्या 67/193 यागो यज्ञःक्रतुःपूजा सपर्येज्याध्वरो मखः। मह इत्यपि पर्याय वचनान्यर्चनाविधेः। </p> | ||
<p class="HindiText">= याग, यज्ञ, क्रतु, पूजा, सपर्या, इज्या, अध्वर, मख और मह ये सब पूजाविधि के पर्यायवाचक शब्द हैं।</p> | |||
<noinclude> | <noinclude> |
Revision as of 22:36, 22 July 2020
== सिद्धांतकोष से ==
महापुराण सर्ग संख्या 67/193 यागो यज्ञःक्रतुःपूजा सपर्येज्याध्वरो मखः। मह इत्यपि पर्याय वचनान्यर्चनाविधेः।
= याग, यज्ञ, क्रतु, पूजा, सपर्या, इज्या, अध्वर, मख और मह ये सब पूजाविधि के पर्यायवाचक शब्द हैं।
पुराणकोष से
(1) पूजनविधि का एक नाम । इसके याग, यज्ञ, क्रतु, पूजा, सपर्या, इज्या, मख और मह ये पर्यायवाची नाम है । महापुराण 67.193
(2) भरतेश द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । महापुराण 24.41
(3) सौधर्मेन्द्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । महापुराण 25.166