आत्म: Difference between revisions
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१. आत्म ग्रहण दर्शन है। | १. आत्म ग्रहण दर्शन है। दे. दर्शन; | ||
२. आत्म रूपकी अपेक्षा वस्तुमें भेदाभेद। - दे. सप्तभंगी ५/८। |
Revision as of 08:01, 8 May 2009
१. आत्म ग्रहण दर्शन है। दे. दर्शन; २. आत्म रूपकी अपेक्षा वस्तुमें भेदाभेद। - दे. सप्तभंगी ५/८।