अग्निशिख: Difference between revisions
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<p id="1"> (1) वाराणसी नगरी का इक्ष्वाकुवंशी राजा, तथा मल्लिनाथ तीर्थंकर के तीर्थ में हुए सातवें बलभद्र | <p id="1"> (1) वाराणसी नगरी का इक्ष्वाकुवंशी राजा, तथा मल्लिनाथ तीर्थंकर के तीर्थ में हुए सातवें बलभद्र नंदिमित्र और सातवें नारायण दत्त का पिता इसकी दो रानियाँ थी― पराजिता और केशवती । इनमें अपराजिता नंदिमित्र की और केशवती दत्त की जननी था । <span class="GRef"> महापुराण 66.102-107 </span></p> | ||
<p id="2">(2) राम-लक्ष्मण की सेना का एक | <p id="2">(2) राम-लक्ष्मण की सेना का एक सामंत । <span class="GRef"> पद्मपुराण 102.145 </span></p> | ||
<p id="3">(3) कृष्ण का एक पुत्र । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 48.69-72 </span>देखें [[ कृष्ण ]]</p> | <p id="3">(3) कृष्ण का एक पुत्र । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 48.69-72 </span>देखें [[ कृष्ण ]]</p> | ||
Revision as of 16:16, 19 August 2020
(1) वाराणसी नगरी का इक्ष्वाकुवंशी राजा, तथा मल्लिनाथ तीर्थंकर के तीर्थ में हुए सातवें बलभद्र नंदिमित्र और सातवें नारायण दत्त का पिता इसकी दो रानियाँ थी― पराजिता और केशवती । इनमें अपराजिता नंदिमित्र की और केशवती दत्त की जननी था । महापुराण 66.102-107
(2) राम-लक्ष्मण की सेना का एक सामंत । पद्मपुराण 102.145
(3) कृष्ण का एक पुत्र । हरिवंशपुराण 48.69-72 देखें कृष्ण