अभयसेन: Difference between revisions
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<p id="2">(2) राजा अनरण्य और उसके ज्येष्ठ पुत्र | <p id="2">(2) राजा अनरण्य और उसके ज्येष्ठ पुत्र अनंतरथ के दीक्षागुरु । <span class="GRef"> पद्मपुराण 22.167-168 </span></p> | ||
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Revision as of 16:17, 19 August 2020
== सिद्धांतकोष से ==
पुन्नाट संघकी गुर्वावलीके अनुसार आप आ. सिद्धसेनके शिष्य तथा आ. भीमसेनके गुरु थे। देखें इतिहास - 7.8।
पुराणकोष से
(1) महावीर की आचार्य परंपरा में होने वाले एक आचार्य । हपू0 66.28-29
(2) राजा अनरण्य और उसके ज्येष्ठ पुत्र अनंतरथ के दीक्षागुरु । पद्मपुराण 22.167-168