कालसुखी: Difference between revisions
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Revision as of 16:21, 19 August 2020
विद्याधरों की एक विद्या धरणेंद्र के निर्देशानुसार दिति देवी ने यह विद्या नमि और विनमि को दी थी । हरिवंशपुराण 22.66